कोलकाता । भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा की धार्मिक टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद देश के कई हिस्सों विरोध प्रदर्शन हुआ। कई जगह प्रदर्शन हिंसा में बदल गया। पश्चिम बंगाल में भी कई जगह हिंसा हुई। हावड़ा जिले और मुर्शिदाबाद तथा दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा के सिलसिले में कम से कम 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में दंगा भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही है। हावड़ा में प्रदर्शनकारियों ने कानून-व्यवस्था को हाथ में लिया, जिसके बाद राज्य सरकार ने वहां शाम 13 जून तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया। वहीं हावड़ा जिले के बाद, अब अफवाहों और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए, 14 जून को सुबह 6 बजे तक मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है। शासन की ओर से कहा गया है कि गलत सूचना के प्रसार से बचने के लिए 14 जून को सुबह 6 बजे तक मुर्शिदाबाद (अल्पसंख्यक बहुल जिला) के बेलडांगा पुलिस थाना क्षेत्र और बेलडांगा ब्लॉक 2 में रेजीनगर और शक्तिपुर पुलिस थाना क्षेत्रों को कवर करने वाले बेलडांगा ब्लॉक 1 में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। इससे एक दिन पहले शुक्रवार की शाम को पूरे हावड़ा जिले में 13 जून तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है और 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है। 
वहीं हावड़ा जिले के पंचला बाजार इलाके में शनिवार को ताजा हिंसा की सूचना मिली। यहां प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई और कई घरों में आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, उनमें से कुछ घायल हो गए और भाजपा पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई है। हावड़ा में हिंसक विरोध प्रदर्शन और कानून लागू करने वालों के साथ संघर्ष के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, पुलिस वाहनों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।