गर्मियों के मौसम में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हम अक्सर पानी वाली चीजों को खाना पसंद करते हैं। खरबूजा खाने से पेट को तो ठंडक मिलती है लेकिन इसी के साथ शरीर में पानी की कमी भी पूरी होती है। लेकिन कई लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि क्या प्रेग्नेंसी में खरबूजा खाया जा सकता है या नहीं। सब्जियों और फलों में जरूरी विटामिन, मिनरल्स और फाइबर होते हैं। गर्मियों में आने वाला खरबूजा प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए एक सुपरफूड है। प्रेग्नेंसी में खरबूजा खाने के फायदे और इस दौरान इसे खाने का सही तरीका। 

अगर कम मात्रा में खाया जाए तो प्रेग्नेंसी में खरबूजा एक बहुत ही सुरक्षित फल साबित हो सकता है। यह फल कैलोरी की मात्रा में कम, पोषक तत्वों और फाइबर से भरपूर होता है। हालांकि, कुछ डॉक्टर आपको इसे खाने से मना कर सकते हैं, क्योंकि कई बार फलों के बाहरी छिलके पर लिस्टेरिया नाम का बैक्टीरिया का स्ट्रेन पाया जाता है, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में इसे खाने से पहले अच्छी तरह से साफ किया जाना जरूरी है।

प्रेग्नेंसी में खरबूजा खाने के फायदे

1) इम्यूनिटी में होता है सुधार- खरबूजे में कैरोटीनॉयड होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता हैं। इसी के साथ ये शरीर में फ्री रेडिकल्स के निर्माण को रोकता है। यह नई कोशिकाओं के निर्माण के साथ, प्रेग्नेंट महिला और बच्चे की इम्यूनिटी में सुधार करता है।

2) पाचन में करता है मदद- दूसरी और तीसरी ट्राइमेस्टर में प्रेग्नेंट महिलाएं को अक्सर हार्टबर्न से जुड़ी समस्या होती है। ऐसे में खरबूजा आपके पाचन को शांत करने में मदद कर सकता है। खरबूजे में मौजूद विटामिन सी पाचन में मदद करता है। 

3) ब्लड प्रेशर को करता है नियंत्रित- गर्भावस्था के दौरान, कई महिलाओं में ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जिससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खरबूजे में जरूरी मिनरल्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को मैंटेन करने में मदद करता है।

4) वेट मैनेजमेंट में करता है मदद- खरबूजा को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। प्रेग्नेंट महिलाएं दिन के नाश्ते में इस फल को खा सकती हैं, जिससे वजन कम हो सकता है। इस फल में फ्रुक्टोज बहुत कम होता है ऐसे में वजन बढ़ने से बचा जा सकता है।

5) पैर की ऐंठन में मदद करता है- प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं को पैरों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। खासकर रात में ये परेशानी बढ़ जाती है। पैर में ऐंठन पोटेशियम की कमी के कारण होती है, और खरबूजा शरीर को जरूरी मिनरल्स देने में  मदद करता है।

प्रेग्नेंसी में खरबूजे के साइड इफेक्ट 

प्रेग्नेंसी के दौरान खरबूजा खाने को सेफ माना जाता है। अगर आपने अपने आस-पास के लोगों से फल से बचने के लिए सुना है, तो यह लिस्टेरिया बैक्टीरिया के कारण हो सकता है जो कभी-कभी इसकी सतह पर होते हैं। अगर फलों को अच्छी तरह से नहीं धोया जाता है तो यह आपके शरीर में जा सकता है, जिसकी वजह से प्रेग्नेंसी में परेशानी हो सकती है। वहीं जिन महिलाओं को इस फल से एलर्जी है उन्हें इसे खाने से बचना चाहिए है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खरबूजा एक सुरक्षित और पौष्टिक फल है।