दमोह।  जिले के तेंदूखेड़ा तहसील मुख्यालय के विकास खंड शिक्षा अधिकारी को एक सेवानिवृत्त शिक्षक से जीपीएफ की राशि निकालने के एवज में 10 हजार रुपये की राशि लेते हुए लोकायुक्त पुलिस द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

लोकायुक्त निरीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि दमोह जिले के तेंदूखेड़ा में पदस्थ विकास खंड शिक्षा अधिकारी गणपत प्रसाद पुत्र स्वर्गीय सरसरिया अहिरवार 59 वर्ष निवासी विद्यानगर तेंदूखेड़ा द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षक रामदयाल पुत्र बुद्धि लाल मौर्य 63 वर्ष निवासी सरखेल रैयत थाना तारादेही से उसके सेवानिवृत्ति के उपरांत मिलने वाली अर्जित अवकाश एवं जीपीएफ की राशि के भुगतान के एवज में 10 हजार रुपये की मांग की गई थी। जिस पर सेवानिवृत्त शिक्षक द्वारा इस बात की शिकायत लोकायुक्त सागर कार्यालय में किए जाने के उपरांत लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव के निर्देशन में निरीक्षक अभिषेक वर्मा, केपीएस बैन एवं उनके सहयोगियों द्वारा बुधवार को तेंदूखेड़ा पहुंच कर कार्यालय में ही 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

रिश्‍वत की राशि जब्‍त की : 

पुलिस द्वारा रिश्वत लेने के उपरांत राशि की जब्ती एवं अन्य कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है कि दमोह जिले में लगातार ही रिश्वत लेने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं और लोकायुक्त पुलिस द्वारा लगातार ही इन भ्रष्ट अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है। यदि देखा जाए तो सागर संभाग में रिश्वत लेने के मामले में दमोह जिला चरम सीमा पर है।