केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने उत्तर रेलवे के उप-मुख्य अभियंता अरुण कुमार मित्तल के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 1.38 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की है। लखनऊ में तैनात अरुण मित्तल को पिछले हफ्ते कथित तौर पर एक ठेकेदार से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 

सीबीआई के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि एजेंसी ने पिछले हफ्ते मित्तल को गिरफ्तार करने के बाद उनके परिसरों की तलाशी ली, इस दौरान 1.38 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई। इसके अलावा इंजीनियर और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में 1.13 करोड़ रुपये की राशि का पता चला है।

अधिकारियों ने बताया कि कुल 1.38 करोड़ रुपये में से 38 लाख रुपये मित्तल की गिरफ्तारी के फौरन बाद ली गई तलाशी के दौरान जब्त किए गए थे। बाद में उनके परिसरों पर छापेमारी के दौरान एक करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी बरामद हुई। उन्होंने कहा कि बैंक खातों में जमा ज्यादातर पैसों को नकदी के रूप में जमा किया गया है।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी में लगभग 11 लाख रुपये के सोने के आभूषण, रेलवे विक्रेताओं व ठेकेदारों सहित अन्य पार्टियों से संबंधित विभिन्न संपत्ति और सामग्री लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों का भी पता चला है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अरुण मित्तल को एक दिसंबर को लखनऊ में चारबाग परियोजना के काम में लगी फर्म के बिल पास करने के लिए ठेकेदार से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने जाल बिछाकर मित्तल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।