भोपाल : पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामखेलावन पटेल ने कहा है कि प्रदेश में महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने में आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को स्व-सहायता समूह से जोड़े जाने का आग्रह किया। राज्य मंत्री पटेल शनिवार को सतना जिले के अमरपाटन में विकासखण्ड स्तरीय महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि जिले के रामनगर-अमरपाटन में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से करीब 100 एकड़ में सफेद प्याज की खेती की जायेगी। राज्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आजीविका मिशन के माध्यम से अब तक 45 लाख बहने स्व-सहायता समूह से जुड़ चुकी हैं। वर्ष 2024 तक 65 लाख बहनों को आजीविका स्व-सहायता समूहों के आंदोलन से जोड़ा जायेगा। उन्होंने बताया कि अमरपाटन में 15 हजार और रामनगर में 13 हजार ग्रामीण क्षेत्र की बहने स्व-सहायता समूह से जोड़ी जा चुकी हैं।

जॉब लेटर सौंपे

राज्य मंत्री पटेल ने अमरपाटन में विभिन्न कम्पनियों द्वारा रोजगार के लिये चयनित 300 से अधिक युवा-युवतियों को जॉब लेटर वितरित किये। उन्होंने आजीविका मिशन के तहत 80 समूह को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 60 लाख रूपये के चेक और 70 समूहों को एक करोड़ 25 लाख रूपये के ऋण चेक वितरित किये। इसके साथ ही उन्होंने 458 स्व-सहायता समूहों को 91 लाख 60 हजार रूपये के चक्रीय कोष चेक वितरित किये। रोजगार मेले में करीब 900 युवाओं ने पंजीयन कराया था।