हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। अब इसका असर दिल्ली और गाजियाबाद के यमुना खादर इलाके में देखने को मिल रहा है। खादर के खेत बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। वहीं इस बाढ़ के पानी में मगरमच्छ भी बहकर आ गए हैं। गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में ये मगरमच्छ तैरते हुए दिखाई दे रहे हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत है। गाजियाबाद में लोनी क्षेत्र के पचायरा गांव बाहर से यमुना नदी बह रही है। ग्रामीण ओमपाल ने बताया कि पिछले दो दिन से नदी के पानी में कई मगरमच्छ देखे जा रहे हैं। कुछ ग्रामीणों ने इन मगरमच्छों की वीडियो भी बनाई है। एक वीडियो में विशालकाय मगरमच्छ यमुना नदी की धारा में बने मिट्टी के टापू पर बैठा हुआ है। जबकि दूसरी वीडियो में मगरमच्छ नदी में तैरता दिख रहा है। किसान खादर किनारे खेतों की तरफ जाने से डर रहे हैं। हरियाणा राज्य के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज है। 11 अगस्त को यहां पर बरसाती सीजन का सबसे ज्यादा पानी रिकॉर्ड किया गया था। पांच दिन पहले करीब पांच लाख क्यूसेक पानी इस बैराज से यमुना नदी में डायवर्ट किया गया है। इससे उत्तर प्रदेश के बागपत, गाजियाबाद और दिल्ली के कुछ इलाकों में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है।