ग्वालियर ।   उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) प्रमोद कुमार ने शनिवार को ग्वालियर से कैलारस के बीच श्योपुर ब्राडगेज परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मार्च 2023 तक ग्वालियर से जौरा के बीच 40 किलोमीटर दूरी का काम पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने दिसंबर 2024 तक हर हालत में श्योपुर तक प्रोजेक्ट का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मौके पर मेजरमेंट बुक चेक कर कार्य की प्रगति भी देखी। कैलारस में बनाए गए रेल अंडरब्रिज की ऊंचाई को लेकर उन्होंने अफसरों से जानकारी ली। जीएम प्रमाेद कुमार सुबह सात बजे ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज प्रोजेक्ट के कार्य की प्रगति देखने के लिए अधीनस्थों के साथ सड़क मार्ग से रवाना हुए। उन्होंने मानसून से पहले फार्मेशन पूरा करने और लिंकिंग कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। जीएम ने निर्धारित लक्ष्य से पहले संरचना का काम पूरा करने, गर्डर असेंबलिंग और लांचिंग कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने सांक नदी पर प्रमुख पुल संख्या छह और पटयार नदी पर पुल संख्या 27 का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सोन नदी पर प्रमुख पुल संख्या 70 का निरीक्षण के उपरांत मानसून से पहले गर्डर असेंबलिंग और लांचिंग का काम पूरा करने के निर्देश दिए, क्योंकि स्ट्रक्चर का काम पहले ही पूरा हो चुका है। इसके बाद वे निरीक्षण करते हुए कैलारस पहुंचे। वहां बस स्टैंड के नजदीक ही रेलवे अंडरब्रिज तैयार किया जा रहा है। इस अंडरब्रिज को लेकर उन्होंने पूछा कि क्या यहां से बसें आसानी से निकल पाएंगी। ऐसे में साथ में मौजूद निर्माण विभाग के अफसरों ने जवाब दिया कि इस अंडरब्रिज की ऊंचाई पांच मीटर से अधिक रखी गई है, इसके चलते बड़ी बसें भी यहां से आसानी से गुजर सकेंगी। दोपहर 12 बजे तक निरीक्षण करने के बाद जीएम वापस ग्वालियर लौटे और सड़क मार्ग से झांसी के लिए रवाना हो गए।