जम्मू । दिग्गज कश्मीरी नेता और सूबे के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद कांग्रेस से मुक्त होने के बाद अपनी पार्टी के नाम को अंतिम रूप देने से पहले विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात कर रहे हैं। आजाद के एक करीबी सहयोगी ने बताया कि सोमवार को उन्होंने कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। इन प्रतिनिधिमंडलों में राजौरी और पुंछ जिलों के अलावा चिनाब घाटी के डोडा, भलेसा, खारा, बट्यास, चिल्ली, गंडोह, किश्तवाड़ और बनियाल के लोग शामिल थे। आजाद ने गांधी नगर इलाके में स्थित अपने आवास पर प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की।
आजाद ने रविवार को दिल्ली से लौटने के बाद अपनी पहली जनसभा को संबोधित किया था। उनहोंने अपने संबोधन में कहा था कि वह चार दिन जम्मू में रुकेंगे और डोडा, किश्तवाड़ तथा कश्मीर जाने से पहले क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे। आजाद के सहयोगी ने कहा, 'संवाद की प्रक्रिया सुबह शुरू हुई और विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों ने आजाद से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। संवाद प्रक्रिया बुधवार तक जारी रहेगी।'
आजाद (73) ने 26 अगस्त को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे संबंधों को समाप्त करते हुए पार्टी छोड़ दी थी। आजाद ने कांग्रेस छोड़ने के बाद रविवार को अपनी पहली रैली में अपनी पार्टी के एजेंडे पर रोशनी डाली जिसमें जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कराना, राज्य के नागरिकों के भूमि और रोजगार के अधिकारों की सुरक्षा तथा कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास शामिल हैं। जम्मू के पास सैनिक कॉलोनी में सभा को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा था कि वह जम्मू कश्मीर की जनता और नेताओं से परामर्श करने के बाद अपनी नई पार्टी का नाम घोषित करेंगे।