भोपाल   भोपाल में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPIDC) की मैनेजर ने एक अपार्टमेंट की 5वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। वह मूल रूप से ग्वालियर की रहने वाली थीं। उनके पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी काम के तनाव में थी। काम बहुत ज्यादा था। पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव ग्वालियर ले गए। पिता ने आरोप लगाया कि- बेटी के अधिकारी ने उस पर बहुत ज्यादा काम थोप दिया था। वह काम नहीं कर पा रही थी। अधिकारी उसे नौकरी से हटाने की धमकी भी देते थे। इससे बेटी डिप्रेशन में आ गई थी। रानी शर्मा (27) शाहपुरा के प्रधान अर्बन लाइफ अपार्टमेंट में रहती थीं। रानी वल्लभ भवन में MPIDC में मैनेजर थीं। वे सोमवार सुबह अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिल से कूद गईं। उस दौरान उनकी मां भी घर पर थीं। रानी को तत्काल एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई।

देर रात परिजन पोस्टमॉर्टम के बाद शव ग्वालियर ले गए। TI शाहपुरा महेंद्र मिश्रा ने बताया कि अभी न तो कोई सुसाइड नोट मिला और न ही किसी के बयान हुए हैं। फोन पर पिता वेदराम शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी के पास बहुत ज्यादा काम था। वह उसको लेकर डिप्रेशन में थी। हालांकि, अभी किसी और के बयान नहीं हो पाए हैं।

अधिकारी की मनमानी से गई बेटी की जान: पिता

मृतक के पिता वेदराम शर्मा ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बेटी ने उन्हें फोन पर कहा था कि सर ने उस पर काम बहुत ज्यादा लाद दिया है। काम नहीं करने पर नौकरी से निकालने की धौंस देते थे। वह परेशान थी। शाम को 5 बजे के बाद रात 8-8 बजे तक उसे ऑफिस में काम करते रहना पड़ता था। उसे इतना प्रताड़ित कर दिया कि वह डिप्रेशन में आ गई। उसने 5वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। हम चाहते हैं कि मेरी बेटी को जिसने भी परेशान किया प्रताड़ित किया। उसे सजा मिलना चाहिए। विभाग के प्रमुख सचिव से लेकर अन्य दोषियों को सजा मिलना चाहिए।

पिता पुलिस विभाग में ही हैं

वेदराम शर्मा ग्वालियर के कोतवाली थाने में कार्यवाहक उपनिरीक्षक हैं। रानी शाहपुरा में श्रेया ठाकुर के साथ रहती थीं। रानी के तनाव में रहने के चलते उनकी मां यहां आई हुई थीं। करीब 15 दिन से वे उसी के साथ रह रही थीं।

यह है पूरी घटना

पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह पांच बजे के करीब रानी शर्मा सोकर उठीं और पांचवीं मंजिल की बालकनी कूद गईं। लोगों ने जब आवाज सुनी तो उनके परिजन को घटना का पता चला। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।