भोपाल । पूर्व सीएम और भाजपा की तेजतर्रार नेता उमा भारती ने कहा कि 2023 के चुनाव में सरकार बनाने में मेरा योगदान रहेगा। वैसे 2003 से प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने में योगदान रहा है। मैं शराब की विरोधी हूं, शिवराज या बीजेपी की नहीं हूं। शिवराज सिंह अच्छा काम कर रहे हैं। मप्र में कांग्रेस का अस्तित्व खत्म हो चुका है। जनता उसे भुल चुकी है। उन्होंने यह बात नागपुर जाते समय इटारसी में कही।  इस दौरान वे स्टेशन के पीछे स्थित हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने भगवान शंकर जी को जलाभिषेक किया। इसके बाद स्टेशन पहुंची।उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि पत्नी कुछ दिनों के लिए मायके चली जाती है। उसके बाद लौटकर आती है, तो पति-पत्नी के आपस के संबंध फिर अच्छे हो जाते हैं, तो हमारे और जनता के बीच के संबंध उस 15 महीने के ब्रेक से अच्छे हो गए। इससे जनता को पता चला कि शिवराज जी तो अच्छे थे। सुश्री भारती ने कहा कि 2018 में हम शिवराज के नेतृत्व में चुनाव हार चुके थे। हालांकि उससे एक फायदा भी हमको हुआ, 15 माह में ही कांग्रेस का स्वाद लोगों को मिल गया। लोगों को अब शिवराज और बीजेपी अच्छी लगने लगी।

शराब को लेकर नई नीति ला रहे शिवराज, इसलिए मैं मौन हूं..
भारती ने कहा कि शराब को लेकर मैं अभी मौन हूं। मैं शराब की विरोधी हूं, ना कि शिवराज और बीजेपी के खिलाफ नहीं। चूंकि शिवराज शराब की नई नीति लाने वाले हैं। इसलिए मैंने उनकी बात मान ली है। अभी सरकारी अधिकारियों ने जो नीति बनाई, उसे जारी कर दी थी। इसका प्रदेश में शराब के प्रति घृणा आ गई है। शिवराज ने कहा कि 15 अगस्त के बाद शराब की नई नीति पर काम करेंगे और सबका परामर्श लेकर 31 मार्च 2023 को नई संशोधित नीति लागू करेंगे। सुश्री भारती ने कहा कि मेरा मुददा राजनीतिक नहीं था, यह सामाजिक मुददा है। इसमें कहीं भी मेरा अहंकार नहीं है। शराब आंदोलन से मेरा शिवराज जी से टकराव इस हद तक न हो जाएं कि वह मेरी बात न मान सकें और लक्ष्य सिद्धी न हो। यदि हम जनआंदोलन करते, तो महिलाओं पर बहुत केस बनते। ऐसे में मैं अदालतों के चक्कर काट काटकर परेशान हो जाती। इसलिए शिवराज ने कहा कि घर बैठें, मैं ही लडऩे के लिए काफी हूं। पत्थर मारने का काम मुझ पर छोड़ दीजिए।

देश के सभी 30 मंदिर मुक्त होंगे
उमा भारती से रायसेन के किले में मौजूद शिव मंदिर को मुक्त कराने के आंदोलन को रोकने पर कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा ने कहा कि देश में और भी 30 मंदिर हैं, जिन्हें खोलना है। हम कैबिनेट में इन सभी मंदिरों का प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। इसमें मप्र के दो मंदिर रायसेन व विदिशा का शामिल हैं। नड्डा ने उन्होंने केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से मंदिर खोलने को लेकर लॉ एंड ऑर्डर कैसा रहेगा उसकी रिपोर्ट मांगी है, संभवत उसके बाद ही सरकार प्रस्ताव लेकर आएगी। मैंने उनकी बात मान ली।