कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को बिलकिस बानो मामले में दोषियों की रिहाई को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 5 महीने की गर्भवती महिला से बलात्कार और उसकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों को 'आज़ादी के अमृत महोत्सव' के दौरान रिहा किया गया। नारी शक्ति की झूठी बातें करने वाले देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? उन्होंने लिखा, प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है। दरअसल, 2002 में गुजरात दंगों के दौरान गर्भवती महिला बिलकिस बानो से दुष्कर्म किया गया था। इसके बाद परिवार के सात सदस्यों की हत्या की गई थी। अदालत ने इस मामले में 11 लोगों को सजा सुनाई थी। हालांकि, सभी दोषियों को छूट नीति के तहत रिहा कर दिया।

उधर, तेलंगाना के मंत्री के टी रामाराव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिलकिस बानो सामूहिक दुष्कर्म और उसके परिजनों की हत्या के मामले में 11 दोषियों को छूट देने के गुजरात सरकार के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। रामाराव ने ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री जी, यदि आपका वास्तव में वही मतलब था जो आपने महिलाओं के सम्मान के बारे में कहा था, तो आपसे आग्रह है कि आप हस्तक्षेप करें और 11 बलात्कारियों को रिहा करने वाले गुजरात सरकार के छूट आदेश को रद्द करें।