भोपाल । प्रदेश भर में मानसून एक बार पुन: मेहरबान हो गया है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में अच्छी बारिश का दौर जारी है। रविवार को भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला बना रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून ट्रफ भी सागर से होकर गुजर रहा है। इसके चलते राजधानी सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक ग्वालियर में 54.6, मंडला में छह, इंदौर में 5.2, बैतूल में पांच, सागर में एक, दमोह में एक, सतना में 0.8, भोपाल में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून ट्रफ के मध्य प्रदेश से गुजरने के कारण भोपाल, इंदौर संभागों के जिलों में अच्छी वर्षा हो रही है। वर्तमान में आंध्रा तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात के रविवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली के आगे बढ़ने पर सोमवार-मंगलवार को मप्र के अधिकतर जिलों में तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है। बता दें कि इस सीजन में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 545.6 मिमी. वर्षा हो चुकी है। यह सामान्य (519.8 मिमी.) की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक है। मप्र के 12 जिलों में अभी सामान्य से कम वर्षा हुई है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में पाकिस्तान के मध्य में एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। मानसून ट्रफ जेसलमेर, कोटा, सागर, पेंड्रा रोड, बालासो से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। आंध्र प्रदेश के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक शक्तिशाली चक्रवात बना हुआ है। मध्य राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल तक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। आंध्रा के तट पर बने चक्रवात के रविवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है।