संतुलित वजन बनाए रखें - शरीर का अतिरिक्त वजन घुटनों पर बहुत ज्यादा प्रेशर डालता है। इसलिए अपने घुटनों की सेहत बनाए रखने के लिए संतुलित वजन बनाए रखें।

लो इम्पेक्ट एक्सरसाइज करें - घुटनों की कार्टिलेज की रक्षा के लिए तैराकी और साइकिल चलाना जैसी कार्जियोवैस्कुलर ऐक्टिविटी फायदेमंद साबित होती है। इसके अलावा यह भविष्य में होने वाले नुकसान को रोकने में भी मददगार साबित हो सकती है।

अति-उत्साह से बचें - जुम्बा, फंक्शनल वर्कआउट जिसमें कूदना, बैठना और तेजी से आगे पीछे होना शामिल होता है या फिर कुछ ऐसे योग आसन सूर्यनमस्कार, पद्मासन घुटनों के दर्द को और बढ़ा सकते हैं। इन्हें करते हुए सतर्कता बरतें।

डॉक्टर की सलाह - घुटनों में दर्द, सूजन जैसी समस्या फील होने पर तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें। घुटनों की समस्या को अनदेखा करने पर परेशानी और अधिक बढ़ सकती है।