बुरहानपुर ।  जिले के जंबूपानी गांव से लगे जंगलों में पेड़ों की अवैध कटाई रोक पाने में नाकाम रहे शाहपुर वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर शिवनारायण तिवारी और वन रक्षक कुलदीप पारासर को डीएफओ प्रदीप मिश्र ने सोमवार को निलंबित कर दिया है। उन्होंने रेंजर संजय मालवीय को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उल्लेखनीय है कि जंबूपानी क्षेत्र के जंगलों में करीब एक माह से सागौन व अन्य इमारती लकड़ी वाले पेड़ों की कटाई का सिलसिला जारी था। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से वन कटाई के वीडियो वायरल होने के बाद डीएफओ प्रदीप मिश्र ने रविवार को क्षेत्र का भ्रमण कर हकीकत जानी थी। इस दौरान उन्हें बड़ी संख्या में काटे गए पेड़ों के ताजे ठूंठ मिले थे। निलंबित किए गए कर्मचारियों ने इसकी सूचना तक उन्हें नहीं दी थी। जिसके चलते कर्तव्य पालन में नाकाम रहने पर यह कार्रवाई की गई है।

निगरानी के लिए गठित की मोबाइल टीम

डीएफओ प्रदीप मिश्र ने जंबूपानी सहित महाराष्ट्र सीमा से लगे जंगलों की निगरानी के लिए अब मोबाइल टीम गठित की है। इस टीम में एक अधिकारी सहित चार सदस्य रखे गए हैं। उन्होंने टीम को निर्देशित किया है कि क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर पेड़ों की अवैध कटाई पर रोक लगाएं। किसी भी स्थिति में अब पेड़ नहीं कटने चाहिए। जंगल में अवैध गतिविधि की सूचना मिलने पर तत्काल सूचित किया जाए। जरूरत पड़ने पर उन्हें वन विभाग और पुलिस का अतिरिक्त बल उपलब्ध कराया जाएगा। ज्ञात हो कि जिले के नेपानगर और शाहपुर क्षेत्र के जंगलों में लंबे समय से पेड़ों की अवैध कटाई का सिलसिला चल रहा है। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक अब तक सागौन व अन्य इमारती लकड़ी के हजारों पेड़ काटे जा चुके हैं। आसपास के जिलों से आए लोग रातोंरात इनका परिवहन कर लेते हैं।

इनका कहना है

वन क्षेत्र का निरीक्षण करने पर काफी संख्या में पेड़ कटे पाए गए थे। जिसके चलते डिप्टी रेंजर व वनरक्षक को निलंबित किया गया है। रेंजर से जवाब मांगा गया है।

- प्रदीप मिश्र, डीएफओ।