अमेठी । केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश को आपातकाल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया था। यह बात सभी लोगों को याद रखने की जरूरत है। अमेठी के एक दिवसीय दौरे पर आयी स्मृति ईरानी ने ‘मनीषी महिला महाविद्यालय’ में अपने संबोधन के दौरान गांधी परिवार का नाम लिए बगैर कहा हमें वह दिन याद है, जब हिंदुस्तान को आपातकाल की सलाखों में कैद किया गया था, इसलिए हम सब को सचेत और सजग रहने की जरूरत है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1975 में देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा की थी, जो 1977 तक लागू रहा था। उन्होंने कहा कि यह याद रखने की जरूरत है कि कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन किया था और उससे बड़ा दुखद समय हो ही नहीं सकता। ईरानी ने कहा, ऐसे लोग चाहते थे कि भारत हमेशा अंग्रेजों के अधीन रहे और यदि अधीन ना रहे तो कमजोर रहे।
स्मृति ने केंद्र सरकार की ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम का जिक्र करते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति को लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने का अधिकार नहीं होना चाहिए, बल्कि देश के हर व्यक्ति को अपने घर पर तिरंगा लगाने का अधिकार होना चाहिए। ईरानी ने बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद राम लीला मैदान, अमेठी से आयोजित मोटर साइकिल तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और स्कूटी चलाकर यात्रा में सम्मिलित हुई। उन्होंने 2019 के आम चुनाव में अमेठी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर लोकसभा चुनाव जीता था, जिसे कई दशकों से नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ माना जाता था।