लंदन । इंग्लैंड के खिलाफ यहां लॉर्ड्स मैदान में हुए तीसरे और अंतिम एकदिवसीय क्रिकेट मैच में भारतीय टीम टीम की दीप्ति शर्मा ने जिस प्रकार स्ट्राइकर एंड पर गेंद फेंककर मेजबान टीम की चार्ली डीन को आउट किया उससे मैदान में विवाद भी हुआ। आउट करार दिये जाते ही चार्ली ने गुस्से में अपना बल्ला फेंक दिया और रोने लगी। चार्ली जब आउट हुई तो वह 47 रनों पर खेल रहीं थीं। दीप्ति के इस रन आउट करने के तरीके को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं मिली हैं। कुछ लोगों ने इसे खेल भावना के विपरीत बताया है जबकि कुछ ने सही करार दिया है। पहले इस तरह के रन आउट को ठीक नहीं माना जाता था पर  मार्च में मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने इसे अनफेयर कैटेगेरी से निकालकर रन आउट में डाल दिया और हाल के दिनों में आइसीसी ने भी इसे सही करार देकर है। यह नियम यह 1 अक्टूबर से लागू भी कर दिया जाएगा। इसलिए दीप्ति के इस रन आउट करने के तरीके का पूर्व भारतीय क्रिकेटरों आकाश चोपड़ा और वसीम जाफर ने भी बचाव किया है। चार्ली के आउट होते हुए भारतीय टीम ने यह मैच जीतने के साथ ही सीरीज भी अपने नाम कर ली। इस विवाद से भारतीय टीम की अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी के विदायी मैच में भी अनावश्यक विवाद पैदा हो गया। झूलन ने अपने इस विदायी मैच में 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 30 रन देकर दो विकेट लिए। इस के साथ ही उनके कुल एकदिवसीय विकेटों की संख्या 255 तक पहुंच गयी।