भोपाल । पिछले दो सालों में कोरोना के कारण प्रदेश में कक्षा दूसरी और छठी में नामांकन में कमी दर्ज की गई है। यानी इन बच्चों ने कक्षा पहली और पांचवीं के बाद स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया। भोपाल जिला बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाने में पीछे रह गया है।
राज्य शिक्षा केंद्र के अनुसार प्रदेश में सत्र 2020-21 में कक्षा 1 से 2 में लगभग 40 हजार बच्चों ने प्रवेश नहीं लिया, वहीं कक्षा 5 के बाद 50 हजार बच्चों ने स्कूल छोड़ दिया। शैक्षणिक सत्र 2022-23 17 जून से शुरू होने वाला है और नए व पुराने छात्रों के नामांकन और मैपिंग का कार्य भी शुरू होगा। गत दो सत्रों में स्कूल छोडऩे वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है। राज्य शिक्षा केंद्र के अनुसार प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, भोपाल, झाबुआ, बड़वानी, रतलाम, अलीराजपुर, खंडवा, शिवपुरी एवं ग्वालियर जिलों में कक्षा 1 की तुलना में कक्षा 2 के नामांकन में अत्यधिक कमी आई है, जबकि धार, मंदसौर, ग्वालियर, झाबुआ, बड़वानी, अलीराजपुर, श्योपुर, भोपाल, बुरहानपुर, शिवपुरी तथा रीवा जिले में कक्षा 5 की तुलना में कक्षा 6 के नामांकन में चिंताजनक कमी हुई है।
पूरे प्रदेश में कक्षा 1 से 2 में जाने वाले लगभग 40 हजार तथा कक्षा 5 से 6 में जाने वाले लगभग 50 हजार छात्रों का ट्रांजिशन लॉस है। 2019-20 में जो बच्चे कक्षा 1 व 5 में अध्ययनरत थे, उनका सत्र 2020-21 में कक्षा 2 व 6 में नामांकन नहीं हुआ है। यह स्थिति विचारणीय है। सत्र 2022-23 में कक्षावार समीक्षा किए जाने की आवश्यकता है।