अयोध्या । अयोध्या जिले के धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद-अस्पताल परियोजना पर इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के न्यासियों के साथ अमेरिकी दूतावास के एक प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत की। आईआईसीएफ के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमेरिकी दूतावास के राजनीतिक अधिकारी कैरेन मैक्क्री और आर्थिक व राजनीतिक विशेषज्ञ कवलीन चटवाल ने शुक्रवार को लखनऊ के एक होटल में बातचीत की। यह बैठक दो घंटे तक हुई। हुसैन ने कहा, ‘बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि मुद्दे पर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ हमारी लंबी चर्चा हुई, जिसका दक्षिण एशिया की एक विशाल आबादी के राजनीति परिपेक्ष्य में काफी प्रभाव है। अयोध्या फैसले के बाद, उम्मीद है कि इस तरह के सभी लंबित मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता है।’ आईआईसीएफ के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने कहा, ‘न्यायपालिका में विश्वास रखने वाले मुसलमानों ने अयोध्या विवाद से उत्पन्न हिंदू-मुस्लिम विभाजन को कम करने की उम्मीद के साथ अयोध्या फैसले को स्वीकार किया और इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम अभी भी विवाद के मुद्दों पर न्याय के लिए बहुत उम्मीद के साथ उच्च न्यायपालिका की ओर देखते हैं।’ आईआईसीएफ की स्थापना उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद संपत्ति विवाद में उच्च्तम न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या के धन्नीपुर गांव में एक मस्जिद के निर्माण के लिए की थी।